Poetry perspective बेहतर निर्णय, बेहतर समझ से आता है । वास्तविकताओं से जितना परिचित रहेंगे । उतना ही जीवन सरल बनेगा । अपना एक लक्ष्य हो । जिससे ख़ुशी मिले । अपने कामों के प्रति समर्पण,लगन व्यर्थ के भटकाव से दूर रखता है । साथ-ही-साथ अपने स्वास्थ्य के प्रति सजगता बनाएं रखें । जितना हो सके अपनों के बीच में समय दें । गलत है तो सुधार करें,, नहीं सुधरे तो तटस्थ भाव बनाए ।
नकारात्मक लोगों के तर्क, तर्क में फर्क । जो साफ-साफ देख पाता है । उलझता नहीं है ।
Poetry perspective
विचारों का ठहराव
एक निर्णय में रूक जाता है
जहॉं गतिशीलता और निरंतरता
खत्म हो जाती है
बेशक ये ठहराव
अच्छा हो या बुरा
मायने नहीं रखता
अपने निर्णय में
संतोष की प्राप्ति होती है
जो कालांतर में
लोगों को भांपने के
काम आता है
एक नजरिए के निर्माण में
जिसकी जड़ता
जल्दी परिवर्तन नहीं होते हैं !!!
हर निर्णय
समझ की उपज है
जिसकी जितनी समझ
उसका उतना ही निर्णय है
और हर निर्णय की सफलता
उसकी समझ पर निर्भर करता है
समझ की गहराई
समर्पण और स्थायित्व देता है
उथली समझ
चलता-फिरता रिश्ता और अपनापन !!!!
समझ से बनता है समझदारी
जो जिस गहराई में होगा
उतनी बातें उसकी न्यारी
ठोक कर रख देंगे बातें
मिलें चाहें दुनियादारी !!!
विचारों का निर्माण
उस स्थिति में स्वयं के लिए होता है
जब हम अकेले में होते हैं
चाहे हंसते हैं
या फिर रोते हैं
लेकिन भीड़ में शामिल होकर
किया फैसला
जिंदगी भर रोते हैं !!!!
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