Ignoring Poetry
इग्नोर कर देना
एक कला है
पढ़ें लिखे लोगों की
जो समझदारी का पर्याय है
आज के जमाने में
चाहे सड़क किनारे
पड़े अनजान व्यक्ति को
देखकर चले जाना
या सेल्फ़ी लेकर
प्रसारण करना
लोगों में
Ignoring Poetry
रट्टा मार लिया है
अच्छी बातों को
जहॉं भी मिलती है
लोगों में वितरण कर देता है
सोशल मीडिया से लेकर
लोगों के हाथों तक
शेयर किया जाता है
जिसके ज्ञान को
अमल करना
उसके लिए भी
किसी दुस्साहस से कम नहीं
फिर भी प्रचारित करते हैं
लोगों के बीच में
ताकि शामिल रहे
सबके साथ में
उसकी उपस्थिति
सभ्य इंसान के रूप में !!!
आजकल के समाज
अपना प्रदर्शन
अपना सम्मान
स्टेट्स डालकर
लोगों को दिखाकर
जताते हैं
जो अपने करीबों से
अक्सर दूर रहते हैं !!!
मान सम्मान जो गिरा चुके हैं
अपनों को भुला चुके हैं
सोशल मीडिया पर
अपनी अहमियत जताते हैं !!!!
---राजकपूर राजपूत''राज''
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