अगर तुम खुश हो Poem Prem Ki

Poem Prem Ki

 मेरी जीत हार का मायने नहीं

अगर तुम खुश हो

मुझे भी सुकून है

अगर तुम खुश हो

इससे बड़ी बात क्या है जिंदगी

अगर तुम खुश हो

मेरी दुआओं का मायने नहीं

अगर तुम खुश हो

मैं भी चाहता हूॅं

मुझे भूल जाओ तुम

अगर मेरे बग़ैर तुम खुश हो !!!

Poem Prem Ki

अगर तुम खुश हो

तो दिखाना जरूरी नहीं है

सोशल मीडिया पर

फैलाना जरूरी नहीं है

जाहिर करने की ये तेरी कोशिश

जलाना जरूरी नहीं है !!!!


अगर तुम खुश हो

तपती धूप में

तुम काम करोगे

मेहनत का फल पाकर

आराम करोगे

अगर तुम खुश नहीं हो तो

छांव में भी

धूप लगेगी

मेहनत भी फीकी लगेगी

और तुझे खुशी नहीं मिलेगी !!!

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