जहाँ सबका आदर हो । articles on social सम्मान हो । सभी भाईचारे से रहे । ये सब कहना बहुत आसान है । जब तक सभी अपने व्यवहारों में न दिखाए । प्रेम और कीमत,, दूसरे के अस्तित्व की अहमियत ,, मन, बुद्धि और आत्मा से जब तक स्वीकार न हो । तब तक समाज में मधुरता नहीं आएगी ।
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अच्छी बातों को तो रोज शेयर करते हैं । सोशल मीडिया के माध्यम से । हर कोई उपदेश है । गुड मार्निंग के साथ साथ शुभ रात्रि तक । लेकिन मानते कितना है ? आप उसे आजमाते कितना है ? सवाल आपको परेशान कर सकते हैं । क्योंकि आपने ऐसी तलाश नहीं की है कभी,, खुद के भीतर ।
वर्ना आजकल लोग हॅंस के बातें तो करते हैं लेकिन बड़ी सावधानी से छुपा ले जाते हैं,, अपने इरादें । अपनी समझदारी से । आप ये न सोचें सियासत केवल नेता के गुण हैं । पढ़ें लिखे लोग भी इसे बड़ी खुबसूरती से करते हैं । बस जिसने नहीं सीखा है । उसके जीवन में नहीं दिखा है और नहीं समझा है । सियासतदानों को । गौर से देखना अपने आसपास के लोगों को ,,न जाने कितने बार ठगा है आपको । और आप उनकी बातों को सुनते हैं ,,आज भी । आप थका और हारा महसूस करेंगे । शायद आप नहीं जानते हैं ये पढ़ें लिखे लोग की उदासीनता को । एक दूसरे से नफ़रत करते हैं,, बेइंतहा । जिसके कारण प्रेम नहीं दिखते । इनके भीतर । चालाकियों ने सूखा दिया है । इनके प्रेम को । सिर्फ़ चालाकियों से व्यवहार बनाकर रखा है । इनके भीतर । काम निकालने के लिए । दिन-रात लगा है इसका मन । इसी तनाव से जलता है,,इसका तन ।
आजकल के लोग जानते तो सब हैं । लेकिन मानते कब है । अपने स्वार्थ से अच्छी बातें बोलने में क्या जाता है ।सिर्फ मतलब निकल जाता । और क्या !!! यही तो आधुनिक विचार है । अपनी बातों को कैसे मनाना है ।सब जानते हैं ।बहुत चालाक है । जिस दिन अपनी चालाकी छोडेगे ,,उस दिन मैं तुझसे जुड़ जाऊंगा ।आप यकीन नहीं करोगे ये सारा समाज आज भी तलाश करता है प्रेम की!!
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2 टिप्पणियाँ
बेहतरीन विचार 🙏🙏
जवाब देंहटाएंधन्यवाद 🙏
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