रिश्ते यूं ही नहीं टिकते Meaning of Poem

Meaning of Poem   आज कल के रिश्ते व्यक्तिवादी है । जहाँ तकलीफ मिलने की सम्भावना है । वहाँ कल्टी मार देना है । लोग समझदार है ।केवल अपने लिए कहां से मतलब निगलने की उम्मीद है । वहीं पर रिश्ते बनाते हैं !!

Meaning of Poem

अच्छे रिश्ते यूँ ही नहीं चलते हैं 

ताली एक हाथ से नहीं बजते हैं 

आपसी समझ मजबूत हो तो 

कोई मुसीबत नहीं टिकते हैं 

वर्ना आजकल तो सुविधा में 

रिश्ते यूँ ही भर भरा के गिरते हैं  !!!


मतलब का नजरिया बनाकर जीते हो

कोई नहीं है अपना फिर क्यों कहते हो 

तुम्हारा साथ सब कोई दें

कभी सोचों, तुम किसके लिए जीते हो !!!!


रिश्ते यूं ही नहीं टिकते

मैं चाहूं और तुझमें नहीं दिखते

तो चल नहीं सकते

टूट जाते हैं बीच रास्ते में

जिसे हम समझें अपना

वो समझे मतलब अपना

मतलब निकल गए तो

रिश्ते-नाते छूटे !!!


रिश्ते-नाते

हंसते गाते

एक दुजे को समझ पाते

सुख-दुख

सबका अपना

प्रेम बसते !!!!


जिधर नज़र होगी

मोहब्बत जरूर होगी

वर्ना कौन पलटते हैं

ऐसे !!!!

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