दिल की बातें सुना कर

 कभी चुप भी रहा कर

दिल की बातें सुना कर

खोया रहता है जमाने में

अपना भी ख्याल किया कर

सुकून नहीं दुनिया की भीड़ में

खुद के भीतर ढूंढ़ा कर


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