दिल को मत अनसुना करो
जान बसती है इसलिए सुना करो
मैंने चाहा है तुम्हें दिलो-जान से
इसलिए गैरों में बेहतर चुना करो
कहॉं पहुंचेगा मन उसे ख़बर नहीं
सुकून ढूंढता है दिल जहॉं बसा करो
भाग-दौड़ की जिंदगी में कहॉं तक दौड़ेगा
कभी-कभी दिल के पास भी ठहरा करो
दिल को मत अनसुना करो
जान बसती है इसलिए सुना करो
मैंने चाहा है तुम्हें दिलो-जान से
इसलिए गैरों में बेहतर चुना करो
कहॉं पहुंचेगा मन उसे ख़बर नहीं
सुकून ढूंढता है दिल जहॉं बसा करो
भाग-दौड़ की जिंदगी में कहॉं तक दौड़ेगा
कभी-कभी दिल के पास भी ठहरा करो
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