दिल से चाहा था जिसको
वो दिमाग से डुबो गया हमको
समझने में वक्त लगा लेकिन
न शिकायत रही न मतलब रहा हमको
वो रिश्तों को व्यापारी नज़रों से देखा
हिसाब किताब करके लुटा हमको
दिल से चाहा था जिसको
वो दिमाग से डुबो गया हमको
समझने में वक्त लगा लेकिन
न शिकायत रही न मतलब रहा हमको
वो रिश्तों को व्यापारी नज़रों से देखा
हिसाब किताब करके लुटा हमको
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