दिल से चाहा था जिसको

 दिल से चाहा था जिसको

वो दिमाग से डुबो गया हमको

समझने में वक्त लगा लेकिन

न शिकायत रही न मतलब रहा हमको 

वो रिश्तों को व्यापारी नज़रों से देखा

हिसाब किताब करके लुटा हमको


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