तुमने नफ़रत सीखी है Poetry I have Learned to Hate

Poetry I have Learned to Hate 

 तुमने नफ़रत सीखी थी

इसलिए मोहब्बत नहीं दिखी थी

ये भाईचारा आपसी प्रेम ढोंग है

तेरी किताबों में मोहब्बत नहीं लिखी थी !!!

Poetry I have Learned to Hate

नफ़रत तो जिंदा रहेंगी 

तुम जो कह देते हो 

आतंकवादियों को 

भटका हुआ जवान 

उनके समर्थकों को महान 

नफ़रत तो तब भी जिंदा है 

जब तुम कह देते हो 

किसी की बुराई को 

बहुत बड़ा गवारापन 

ऐसे लगने लगते हैं 

केवल तुम ही हो महान 

इस तरह तुम देख नहीं पाते 

अपनी बुराई 

जिसे छुपाई !!!!!


प्रेम में 

प्रवेश की अनुमति न देना 

स्वयं को 

बरसात में भीगने न देना !!!!

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