अपना प्रेम को शायद !Text love hindi कोई समझा नहीं सकते । व्यवहारों में महसूस करा सकते हैं या दिखा सकते हैं । अपने प्यार को । कई चीजें ऐसी है जिसे शब्दों में बयां नहीं कर सकते हैं और न ही नजरें इजहार कर सकते हैं और हमें जिसे समझाना पड़ें वो प्रेम ही क्या ? बेशक अपने व्यवहारों में प्रगट कर सकते हैं ।
Text love hindi
हां, ये सच है कि हर नजरें दिल की बातों को समझ नहीं सकते हैं । जिसे समझने के लिए एक समझ की जरूरत होती है । जो हर किसी के पास नहीं होती है । जिसे केवल महसूस कर सके तो समझ जाएंगे और हाँ, समझेगे तभी जब उसके दिल में प्रेम होगा । वर्ना किसी के नजरिए को बदलना सबसे कठिन काम है । जिसमें नफ़रत की भाव है । उसके समझने का नजरिया नफ़रत ही होगा ।
जो जिस धारणाओं में जीते है ,,उसी को स्वीकार करते हैं । उसके सिवा दूसरी धारणाएं हृदय में स्थापित नहीं हो पाते हैं । जो संकुचित मानसिकता है ।
अक्सर लोग प्रेम की बातें तो जरूर करते हैं लेकिन समझ नहीं पाते हैं क्योंकि वो चालक है । बातों से,, अपनी बोली से । जो कभी हृदय की गहराई से स्वीकार नहीं करते हैं । उसके मतलब रोकते हैं । टोकते हैं । किसी अच्छी बातों को । शायद कहीं न कहीं उसने हृदय के किसी कोने से रूचि नहीं दिखाते हैं । उसकी चाहत कुछ और मांगता है । जिसके कारण ऊपरी स्थिति में (बनावटी रूप में) स्वीकार तो करेंगे मगर प्रेम की गहराई के करीब पहुंच भी नहीं पाएंगे । जिसे आप समझेंगे तो स्वयं को अवहेलित महसूस करोगे ।
जबकि जिसमें प्रेम होता है । वह प्रेम में ही जीते हैं । सदैव । अपने व्यवहारों,, कर्मों से सदा प्रगट करते हैं । जिसे कोई जानबूझकर कर प्रर्दशित नहीं करते हैं । सदैव देते हैं चुपचाप,,,अपना प्रेम,,सबको । कामना रहित होकर ।
---राजकपूर राजपूत''राज''
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2 टिप्पणियाँ
Sundar
जवाब देंहटाएंधन्यवाद 🙏
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