Shayari Haisiyat hindi
यदि खुद को प्रमाणित करने में लगे हो
तो समझो कई बार झूठ बोलें हो
कहीं उजागर न हो जाए तेरी हैसियत
इसलिए सच को झूठ से तौले हो
हैसियत की पहचान ये नहीं है
केवल दूसरों की बुराई खोले हो !!
Shayari Haisiyat hindi
किसी के कहने पर हैसियत नापी नहीं जाती
कर्म यदि ठीक है तो हैसियत बताई नहीं जाती
लोग खुद ही समझ जाते हैं क्या सही क्या गलत
मोहब्बत या नफ़रत छुपाई नहीं जाती !!
हैसियत उठाने के लिए
नीयत उठाई जाती है
मेहनत ऐसा रास्ता है
कोशिश से वास्ता है
किस्मत -विस्मत कुछ नहीं
किस्मत के लिए बनाई जाती है !!!
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