जब प्यार नहीं है तो बता देना चाहिए । किसी के जज्बातों से खेलना अच्छी बात नहीं है । यूं भावनाओं को ठेस पहुंचाने से खुश होना बुरी बात है । केवल व्यवहार में दिखावा करके रिश्तों से मज़ाक नहीं करना चाहिए । इस पर कविता 👇👇
कह देना था
कह देना था
जब प्यार नहीं था
गलतफहमी में रहने से अच्छी है
साफ मना करना था
जब प्यार नहीं था
उम्मीद जगा के दिल तोड़ना
ऐसे में मरना ही था
मैं देखता रहा
तुम आओगे कह के
तुम न आई
तुम्हें कह देना था
मैं इंतजार क्यों करता
तड़पता क्यों रहता
जीने के लिए
कई वजहें बन जाती हैं
सफ़र में चलेंगे तो
कई बातें हो जाती है
तू नहीं तो कोई और
सफ़र में चलेंगे
जिससे मुलाकातें हो जाती है
तुम्हें ठहरना है तो ठहर जाते
लेकिन मुझे कह देते !!!
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