आदमी बैठे हैं अब मचान पर

आदमी बैठे हैं अब मचान पर
धरती छोड़ ऊंचे आसमान पर

दिल की दुनिया अब खत्म हुई
जी रहे हैं दिमाग के अरमान पर

जज्बातों से सभी खाली-खाली है
विश्वास नहीं है किसी को भगवान पर




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