दिल की बात

मेरे हालत ही ऐसे थे
मैं कह नहीं पाया
दिल की बात
समझा नहीं पाया
अपने जज्बात
वक्त नहीं था मेरे पास
सुना पाता अपने एहसास
लेकिन तुझसे उम्मीद थी
इसीलिए मेरी जिद थी
क्योंकि तुझसे मोहब्बत थी
और प्यार में समझें जाते हैं
बिन कहे दिल की बात
इसलिए इंतजार में बैठा हूॅं
बेकरार होकर मैं आज
तुम आओगे और समझ जाओगे
मेरे दिल की बात
बिन कहे पढ़ लोगे
मेरे दिल के जज़्बात
---राजकपूर राजपूत''राज''



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