My Poems in Hindi
मेरी कविताऍं
तेरे इर्द गिर्द
रची गई है
कुछ अनकही बाते
जिसे बुनता हूॅं
अपने ख्यालों में
तेरे आने से पहले
तेरे जाने के बाद
जहॉं प्यार ही प्यार है
गलती की
कोई गुंजाइश नहीं है
मेरी कविताओं में
मेरे ख्वाबों में
कोई अंतर नहीं
मुझमें और तुझमें !!!
My Poems in Hindi
मेरी कविताएं
उनके जैसे नहीं है
जिसने बुद्धि से लिखीं है
नफ़रत को छिपा कर
इरादे थोपें हो !!!!
मेरी कविताएं
जीवन की तलाश है
किसी सियासी विचारधारा से प्रेरित नहीं
जो सच को
अपनी कविताओं की कोमलता से ढंकी जाए
मेरी कविताएं
अपने/पराएं से परे
जीवन की तलाश है !!!!
मैं जानता हूं
दोहरे मानदंडों से पोषित व्यक्ति
जब भी
मेरी कविताओं को पढ़ेगा
कुछ कमी पाएगा
अपने तर्क से
फर्क पाएगा
उसे लगेगा
अपनी सुविधा से
इसलिए मेरी कविताओं को
स्पर्श नहीं करेगा !!!!
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---राजकपूर राजपूत''राज''
1 टिप्पणियाँ
Sundar
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