जिसकी पूजा की है दिल से

poetry in my memory hindi 


जिसे चाहा है बड़ी शिद्दत से
जिसकी पूजा की है दिल से
तुम वो ख़्वाब हो
हर पल, दिन हो या रात हो
जिसे जिंदगी मान ली है अपनी
दुनिया की बात नहीं मानी
चला जाता हूॅ॑ अपनी ही धुन में
अपनी जिंदगी के सुख-दुख में
निरंतर अपनी तलाश में
तुझसे गुफ्तगू करते हुए
कुछ ख़्वाब सजाते हुए
तुम वो एहसास हो
जब तक जिंदगी है
तुम मेरे पास हो !!!

मेरी स्मृति 


मेरी स्मृति भूलना नहीं चाहती है
तुम्हें एक पल भी
भूल जाता हूॅं
व्यर्थ लगता है
मेरा जीवन
जब तक मेरी स्मृति
तुम्हारी उपस्थिति का अहसास करता है
तब खास लगता है
मेरा जीवन  !!!
---राजकपूर राजपूत''राज''

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