कठिन हो जाए सरल जैसे

सीने में तुम्हारा ख्याल जैसे
खिलता हुआ फूल जैसे

तुम आओ मेरी जिंदगी में
कठिन भी हो जाए सरल जैसे

उतावली है नदी की धार भी
पुलकित हृदय तरल जैसे
Reactions

एक टिप्पणी भेजें

1 टिप्पणियाँ