आजकल के हैसियत वाले

आजकल के हैसियत वाले
चापलूसों के भरोसे रहते हैं
हकीकत का आईना दिखाओ 
तो दुश्मन समझने लगते हैं
उससे उम्मीद ही क्या करोंगे
जिसे झूठ ही सच लगते हैं
---राजकपूर राजपूत''राज''
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