तेरे प्यार में-
मुझे क्या मिला तुझसे प्यार करके
इश्क में ये दिल को बीमार करके
तकलीफ से गुजरती है ये स्याह रातें
तेरे चेहरे की रौनक को याद करके
किससे कहूॅ॑ अपने दर्दे दिल की बात
धोका मिला है तुझपे एतबार करके
सितम भुले नहीं और वो आ गए सामने
अभी हफ्ता गुजरा है यारों इतवार करके
इश्क को न मार इश्क बंदगी है खुदा की
शुकुन आता है 'राज' दिल से दुआ करके
---------राजकपूर राजपूत '"राज'"
1 टिप्पणियाँ
Habit khub
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