रुत अलबेली प्यार का मौसम सुहाना हो जाए

रुत अलबेली प्यार का मौसम सुहाना हो जाए
तेरे चेहरे को देखूं और ये दिल दीवाना हो जाए

कभी मिलों भी इस तरह की दूरियाॅ॑ मिट जाए
ऐसा ना हो कि इशारों-इशारों में उम्र गुजर जाए

ख्वाबों में अक्सर तुम आके मुझे जगा जाते हो
चाहता हूॅ॑ तेरे साथ चाॅ॑दनी रात में सफर हो जाय

ये रुत बदल जाएगी कई मौसम गुज़र जाएंगे
दिली तमन्ना है महबूब उम्रभर तेरा साथ हो जाए






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