mean-people-poetry-literature-life- कुछ लोग दूसरों से खुद को अलग, बड़ा दिखाने के लिए इतनी कोशिश करते हैं कि अच्छे इंसानों की लकीरें काटने लगते हैं ।इसी चक्कर में खुद गिर जाते हैं । दूसरों को देखकर इतने असहनशील हो जाते हैं कि दूसरों की अच्छी बातों का भी विरोध करने लगते हैं । इसी पर कविता हिन्दी में 👇👇
mean-people-poetry-literature-life
बंद विचारों में जो बंधा है
असल में अक्ल का अंधा है
खुद बड़ा हो नहीं सकते हैं
मगर दूसरों की लकीरें काटने का धंधा है
वे गलतियां स्वीकारते नहीं हैं कभी
ये आदत उसकी बहुत गन्दा है
वे सितारे सबसे दूर दूर हैं
तन्हा है तो केवल चन्दा है
वे प्यार करते हैं मगर प्यार नहीं आता
प्यार की बातें उसके लिए चंदा है
मतलब निकालना बखुबी जानता है
ऐसे इंसान कितना गन्दा है !!!
समझौता का व्यवहार
समझौतों के रिश्तों में जो बंधा है
रिश्तों की पवित्रता का धंधा है
जाने कैसे वादे किए होंगे
समझौता रिश्तों का फंदा है
उसकी समझदारी भी कैसा है
रिश्ते टूट गए और ये आचरण गंदा है !!
मीठी बातें
मीठी आदतें
सबको भाते हैं
अपनी चापलूसी करवाने की बातें हैं
कभी कड़वा सच तो कहों
बुरा बन जाओगे
चाहे दूर रहो
या पास रहो !!!
मोह माया जरूरी है
दुनिया में उलझने के लिए
जिसे मोह नहीं है आजकल
संत है या फिर मतलबी लोग !!!
मतलबी लोग
बातें वहीं
जो अपने बोलते हैं
सिर्फ अंतर इतना ही
मतलब निकल जाने पर
हाथ छोड़ते हैं !!!
अभी-अभी दुत्कारा हूं
और वो फिर आ गाए
अपनी मीठी बातों से
चापलूसी करते हुए
मतलब अभी बाकी है
उसके
मुझसे !!!!
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