नफ़रत वाले लोग hate-people-poetry-hindi-literature-life

जहां नफ़रत है 
hate-people-poetry-hindi-literature-life


 जहां नफ़रत है

वहीं दूरी है
मिलना, मिलाना भी
मजबूरी है
रिश्ते यहां नहीं दिखे हैं
व्यवहार निभाना भी
लाचारी है
क़ातिल की मुस्कान साजिश है
कत्ल करने की तैयारी है
मीठे-मीठे बोल
बाद में इरादे खोल
दुनिया की यहीं समझदारी है
बातें कभी सुनी नहीं

जब दिल में नफ़रत भारी है !!!

hate-people-poetry-hindi-literature-life


नफरत और प्रेम में बस यहीं अंतर है 

प्रेम में बुराई भी नहीं देखा जाता है 

जबकि नफरत में 

अच्छाई भी पसंद नहीं आती है !!!


नफरत में डूबा हुआ आदमी 

प्रेम को लुटा हुआ आदमी है 

जिसमें दयालुता नहीं होती है !! 


नफ़रत करने वाले लोग

आजकल

वैज्ञानिक बनकर घुम रहे हैं

दूसरों की कमियां निकाल रहे हैं

जिसका जीवन

चरित्रहीनता के कामों में व्यस्त हैं !!!


नफ़रत से की गई आलोचना

खिल्लियों से भरी होती है

सुनने वाला थकेगा

कहने वाला हंसेगा !!!!


नफ़रत करने वाले

अपने सहारे के लिए

महान लोगों का इस्तेमाल करते हैं

उनकी सूक्तियां

उनकी उक्तियां

कुछ अंश चुरा कर

अपने दूषित मानसिकता मिला कर

तुम्हारे सामने रखेंगे

तुम्हारा मज़ाक उड़ाकर

स्वाद चखेंगे

ध्यान रखना

ऐसे मुर्खों से

खुद को बचाना !!!!


शिक्षित व्यक्ति सस्ते चीजों को खरीदेंगे नहीं

उसकी क्वालिटी में शंका करते हैं

महंगे चीजों से स्टेट्स बढ़ेगा

इसलिए उसकी तारीफ करते हैं

जैसे उसको खुद पैदा किया है !!!!

-राजकपूर राजपूत
इन्हें भी पढ़ें 👉 जब कभी सुनाओगे 
hate-people-poetry-hindi-literature-life


Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ