प्रतीक्षा में खड़े हैं सच
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झूठ कितना ताकतवर है
जिसके समर्थन में
सफेदपोशों में
कितने मान्यवर है
प्रतीक्षा में खड़े हैं सच
अकेले में
झूठ कितना हमलावर है
चारों ओर से शोर है
हल्ला इस तरह से मचाया है
जिसे देख न्याय भी लजाया है
कई तर्क और तुलानात्मक आरोप से
सच को छकाया है
अब प्रतीक्षा में खड़े हैं सच
एक-एक पांव संभल कर रखते हुए
सिर्फ अस्तित्व बच जाए
यही सोचते हुए
झूठ की ताकत के सामने !!!!
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