आध्यात्मिक जीवन spiritual-life-there-live-found-article-hindi.

 आध्यात्मिक जीवन - जो दर्शन कर सके । उस मूल केन्द्र को -spiritual-life-there-live-found-article-hindi जो स्थित है , सबके भीतर । ऊर्जा के रूप में ।हर कार्य के संपादन के लिए । जो गतिशीलता प्रदान करते हैं , सबको । उस शक्ति को जो देख पाते हैं या महसूस कर पाते हैं । । वहीं आध्यात्मिक जीवन जी पाते हैं । 

spiritual-life-there-live-found-article-hindi.-

समता का भाव,, समानता का भाव । मैं जैसा हूं वैसे सभी ।भले ही कोई रंग, रूप, आकार आदि से भिन्न हो लेकिन सबके भीतर उस ऊर्जा तत्व का दर्शन करते रहते हैं । एकत्व भाव के साथ जो दर्शन कर लेते हैं । वहीं आध्यात्मिक जीवन जी पाते हैं । 

जिसे प्रकृति की वजह से साधारण जन देख नहीं पाते हैं । समझ नहीं पाते हैं । खुद में । उलझे रहते हैं, अपनी इंद्रियों की वजह से । भिन्नता पूर्ण अहसास करते हैं । अपनी ही भावनाओं में । उसके रसास्वादन में ।" मैं " पन का अहसास करते हैं । ऐसे लोग कहां आध्यात्मिक जीवन पाते हैं । 

जबकि सुख- दुःख के घेरे में जो स्थिर हो जाते हैं । वहीं आध्यात्मिक जीवन जी पाते हैं ।

आध्यात्मिक दृष्टि में जीवन-

आश्चर्य नहीं है संसार की रचना । निर्माणकर्ता की दृष्टि से देखना । जो दोष न दें किसी को, उलझे हुए उसकी प्रवृत्ति को । स्वीकार और समझ पाते हैं । वहीं आध्यात्मिक जीवन जी पाते हैं । 

कर्म करें चाहे कुछ भी,, सुख - दुःख मिले, चाहे कुछ भी । मगर अपने अंत:स्थल से सदा स्थिर रहे । कुछ मन के डांवाडोल को,, कुछ क्रियाओं से, (जिसमें उसे सरलता हो , मन को स्थिर करने में) अपने ध्यान, योग आदि से जो विचलित न हो । वहीं आध्यात्मिक जीवन जी पाते हैं । 

इन्हें भी पढ़ें 👉 आध्यात्मिक जीवन क्या है ? 

-राजकपूर राजपूत

spiritual-life-there-live-found-article-hindi.


Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ