Kavita-hindi-prem
मैं जानता हूॅं
तुम्हें जितना चाहूंगा
उतना दर्द पाऊंगा
इसलिए मैं ढूंढता हूॅं
अपने दर्द का उपाय
बेहतर कुछ पाया जाय
इसलिए तुम आ जाते
दिल को करार आ जाते
मैं जानता हूं !!!
Kavita-hindi-prem
मैं जानता हूं
तुम्हें बहुत चाहता हूं
अपना समय खोकर
तुम्हें चाहता हूं
तुम्हारी नज़रों से
मेरा क़दर नहीं
फिर क्यों तुम्हें चाहता हूं !!!
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