Ghazal-hindi-samajik
अच्छे इंसान बनना बहुत कठिन है
एक -दो मिलना भी बहुत कठिन है
बोलना,कहना,आलोचना दूसरों का सरल है
खुद को समझना-समझाना बहुत कठिन है
रिश्तों की शिकायत आजकल करते हैं सभी
खुद की शिकायत सुनना बहुत कठिन है !!!
Ghazal-hindi-samajik
सच के सहारे कौन है
झूठ बोलने वाले मौन है
सच की बातें होती हैं
मगर अपनाता कौन है
जीने की तरकीबें माहिर हैं
झूठ के हिसाब से सच गौण है !!!
व्यक्तित्व का विकास
आजकल झूठ बोलकर होता है
सच से तो सब नाराज है
सच बोलने का जो दावा है
झूठ के सहारे ही दावा सच है
फायदा, लाभ-हानि जोड़-तोड़
झूठ से हासिल आज है !!!
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