यही बिखर जाना है shayari on love

shayari on love
 कहीं खो जाना है

यहीं बिखर जाना है

हवाओं में ढूंढना मेरी खुशबू

तेरी सॉंसों में समा जाना है !!!


हवा चल रही है

चलने दें

लोग महसूस कर ही लेंगे

और चलेंगे

चलने दें

जीवन दर्शन, साहित्य कर्मकाण्ड

चोंचले हैं

फायदे की हवा बही

बाकी सब ढकोसले हैं

स्थापित नहीं होगा जीवन

सरलता से जीने में

तिगड़मी सियासी सरल है

किसी का नुक़सान

अपना मज़ा लेने दें !!!

shayari on love

जाना जीवन का सार

मरना जीवन का आधार है

जब तक जीओ

फायदे में जीओ

इसी में व्यस्त संसार है !!!!

प्रेम बेहतर है

लेकिन पीड़ाएं वर्जित है

बुद्धि का तर्क

शारीरिक वासनाएं

अर्जित है

तौलों फायदे के स्तर पर

चालाकी, समझदारी को सृजित है !!!!


हमने उन्हीं तरीकों को अपनाया है

जिसमें फायदा ही फायदा है

वर्ना आजकल कौन नहीं जानता है

कौन गलत कौन सही यहां ज्यादा है

बस यही दुःख की बात है

हमें कम मतलब का अवसर उसे ज्यादा है !!!!


अक्सर बड़े आदमी

क़ीमत लगा बैठता है

किसी वस्तु का

और अपनी औकात के हिसाब से खरीदता है

कितना भद्दा मज़ाक है

एक मजदूर का

उसकी मेहनत का मज़ाक बना बैठता है !!!!

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