Kavita Hindi insaan
हम कितने सवाल उठाएंगे
इतिहास के पन्नों पर
जो देश काल में
वाजिब था
या नहीं
कह नहीं सकते हैं
लेकिन
इतना जानते हैं
आज के इंसान
केवल सवाल उठाना जानते हैं
चरित्र नहीं
इतिहास के शब्दों को
अपनी सुविधानुसार
तोड़ना, मोड़ना जानते हैं
लेकिन स्वयं की गलतियों को
देखना नहीं चाहते हैं
क्या दे पाए हैं
समाज को !!!
Kavita Hindi insaan
आज का इंसान
मतलब के लिए सबकुछ करेगा
चतुराई करेगा
धोखा करेगा
बेमानी करेगा
झूठ बोलेगा
लेकिन सच नहीं बोलेगा
आज का इंसान !!!
0 टिप्पणियाँ