Dastak Poem Hindi
दिल पर दस्तक देने वाले
प्यार का अहसास देने वाले
क्या दूर से ही तरसाओगे
या करीब मेरे आओगे
सूनी पड़ी है बगिया सारी
क्या फूलों सा महकाओगे
मैं इसी उम्मीद में चला आया
मुझे मेरी मंजिल तक पहुंचाओगे
मेरी सांसों के हर आहट पे तुम
नाम लूं और दिल में उतर जाओगे !!!
poem on love
दस्तक दी
हमने सोचा कि वह ठहरा होगा
दरवाजे के पास
जब खोला दरवाजा
कोई नहीं था
छेड़ कर जाने वाले !!!!!
0 टिप्पणियाँ