खोकर ये मालूम हुआ
मेरी अहमियत क्या है
इस दुनिया में तेरे बिना
मेरी क़ीमत क्या है
न भाया कोई दिल को दूसरा
न कोई अपना मिला दुबारा
टूटा इस तरह दिलो-दिमाग से
नहीं मिला मुझे कोई सहारा
तेरे जाने के बाद
मेरी किस्मत क्या है
मेरी तनहाई की कशक, तड़प
इसके सिवा मेरी नीयती क्या है
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