Ravan - ki Burai Kavita
दस बातें मुझसे सीखो
एक अंहकार की वजह से
मुझमें दस बुराई देखो
हर बुराई का अंत होता है
मेरे कर्म से समझो
कहता है रावण
हर साल दशहरे पर !!!
Ravan - ki Burai Kavita
रावण जलाने से क्या होगा
समझाते बुद्धिजीवी
तुम्हारे अंदर का रावण का क्या होगा
लेकिन यही तथाकथित बुद्धिजीवी
खुद के भीतर रावण से नहीं पुछता
उसके भीतर के रावण तेरा क्या होगा ???
रावण में जिस तरह से अंहकार
आजकल तथाकथित बुद्धिजीवियों का संसार !!!
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