poem on sadness
मैं थका इसलिए नहीं था
कि मेरी उम्मीदें टूट चुकी है
मैं थका इसलिए था
तुम जानकर अनजान थे
मेरी सारी बातों से
तुमने उदासीनता अपनाई थी
जानबूझकर
मेरे प्रति
जो मुझे इंगित करते थे
तेरे प्यार की तन्मयता को
मुझमें ठहराव नहीं था
ध्यान कही और था
जिससे मेरा प्रेम कुंठित था
अपमानित था
तुझसे !!!!!
---राजकपूर राजपूत''राज''
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