समझ नहीं आता Poem on Understanding

Poem on Understanding 

 समझ में नहीं आता

आजकल के रिश्ते

बिना मतलब के

क्यों नहीं दिखते

जरूरत में मीठी बातें

वर्ना दूर से ही पुछते !!!

Poem on Understanding

समझ नहीं आता

जो बुरे हैं

उनसे सभी जुडे हैं

जो अच्छे हैं

उससे टूटें हैं !!!


समझ नहीं आता

लोग गिर जाते हैं

फिर भी खड़े हो जाते हैं

कैसे

निर्लज्ज की तरह !!!!


समझ नहीं आता

उम्र गुजर जाती हैं

एक अच्छी समझ को पाने में

और जब समझ आती है

खुशियां चली जाती हैं !!!


यहां कौन किसी को समझा पाता है 

जो दिल को पाता है उसे ही पाता है 

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