shayari on love
मैं प्रेम के शब्द
गुनगुना लेता
सीने से लगा लेता
लेकिन क्या करूं
प्रेम में धोखे बहुत हैं
प्रेम से मुझे
ये जमाना लूटे बहुत हैं
इसलिए मैंने तोड़ दिया !!!
shayari on love
मैं उस वक्त भी
तेरा दर्द सहला दूंगा
जब तुम्हें तकलीफ़ होगी
बस तुम याद करना
और मैं उपस्थित हो जाऊंगा
तेरे सामने
तेरी आंखों से गिरते मोती
मैं सम्हाल लूंगा
अपने हाथों से
तुम केवल
अपने दर्द कहना
मैं सुनूंगा
सहलाते हुए
केवल तुम मुझे
अपने ख्यालों में
इस तरह से शामिल करना !!!!
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