love poetry
जाओ तुम
मेरी नजरों से
कहीं दूर
इतने दूर
नज़र न आओ तुम
मेरे ख्यालों से
मेरे ख्वाबों से
मेरी स्मृति से
ताकि भूल जाऊं तुम्हें
आसानी से
सदा के लिए
अपने दिल से !!!
love poetry
दूर,, बहुत दूर
पास आकर भी
अलग हो गए
तुम्हारी राहें
तुम्हारी बातें
तुम्हारा अहसास
मुझसे अलग कर रहा
पास रहकर भी
दूर,,, बहुत दूर !!!!
एक अनजाना सा
पास बैठा
न उससे बातें की
न महसूस हुआ
कब आया
कब दूर हुआ
प्रेम नहीं होता है
आदमी दूर होता है
दूर,, बहुत दूर !!!!
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