मेरे देश की मिट्टी Ghazal Patriotism

मेरे देश की मिट्टी 

Ghazal Patriotism

 मेरे देश की मिट्टी मुझे सम्हालना ज़रा

तेरे सीने में सुकून है देना ज़रा

एक बच्चा कहॉं जाए मॉं को छोड़ के

तुम्हीं से खुशी है ममता देना ज़रा

तेरा वंदन है अभिनंदन है देश की मिट्टी

मिट जाऊं तेरी मिट्टी में स्थान देना ज़रा !!!!

Ghazal Patriotism

आजादी उसके लिए मायने नहीं रखती है 

जो अभी तक नकारात्मक प्रभाव डालते हैं 

आजादी उसके लिए 

देश तोड़कर 

मनमाफिक विचार, पंथ थोपना है !!!!


जिसमें देशभक्ति नहीं 

वो नकारात्मक है 

खासकर 

रोज-रोज रोटी की मांग करने वाले लोग 

देशभक्ति होती तो 

महाराणा प्रताप जैसे जी कर दिखाते 

पेट नहीं !!!!


जिसके लिए 

पुरे विश्व 

जमीं का टुकड़ा है 

वहीं लोग 

देश का दुखड़ा है 

जिसने कभी 

मिट्टी को माथे से नहीं लगाया 

क्या उसने भाईचारे का फर्ज़ निभाया 

उसे तो चाहिए 

अपने लोग 

विविधता के सामने कहां सर झुकाया !!!!

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