Ghazals are accepted
जहॉं दिल है वहॉं मान जाते हैं
जहॉं दिमाग है वहीं हार जाते हैं
तेरे सवालों से रिश्तों में जकड़न है
ज्यादा सवालों से रिश्तें टूट जाते हैं
पैसा ही यहॉं सबकुछ नहीं है दोस्तों
ज्यादा भाग-दौड़ से रिश्ते छूट जाते हैं
धोखेबाजों से डर नहीं लगता है "राज़"
अपनो की चालाकियों से डर जाते हैं !!!
Ghazals are accepted
आदमी क्यों इतना डर जाते हैं
जहां मतलब नहीं वहां से भाग जाते हैं
ये कोई सौदा का रिश्ता नहीं है यारों
जो मतलब निकाल कर जाते हैं
उसे अब फ़र्क नहीं पड़ता है बुरे होने का
कठोरता से इरादे कर जाते हैं !!!
स्वीकार है
सफलता के लिए कुछ भी कर जाना
नैतिकता को दरकिनार कर जाना
आदमी का गिर जाना
भले निर्लज्ज होना पड़े
कुछ लोगों को !!!
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