Buddha hona Poem
बुद्ध हो जाने का अर्थ है
शुद्ध हो जाना
राग-द्वेष से
छल कपट से
इन्द्रियों की तड़प से
शोक संताप से
ज्ञान विज्ञान से
एक ज्योति जला लेना
बुद्ध होना है
न कि बुद्ध को आलोचक रूप में
स्थापित करना !!!!
Buddha hona Poem
बुद्ध अब अशुद्ध हो गया है
उसके सिद्धांत खो गया है
असुरों के चरित्र अपना मान रहा है
बुद्ध विचित्र हो गया है
जिसका चित्र खो गया है
बुद्ध अशुद्ध हो गया है !!!!
निंदा
उनके लिए ठीक है
जिसके पास ज्ञान नहीं है
वो निंदा को ज्ञान मानता है !!!!
0 टिप्पणियाँ