भाग्य भरोसे कुछ नहीं होगा
केवल चाहने से कुछ नहीं होगा
आदमी चाहेगा तो सबकुछ होगा
सिर्फ सपने देखने से कुछ नहीं होगा
जिसमें हौसला है वो सागर पार करेगा
खड़े किनारे होने से कुछ नहीं होगा
भाग्य भरोसे कुछ नहीं होगा
केवल चाहने से कुछ नहीं होगा
आदमी चाहेगा तो सबकुछ होगा
सिर्फ सपने देखने से कुछ नहीं होगा
जिसमें हौसला है वो सागर पार करेगा
खड़े किनारे होने से कुछ नहीं होगा
2 टिप्पणियाँ
बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंधन्यवाद 🙏
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