जब इंसान हार जाते हैं

जब इंसान हार जाते हैं 
भगवान के पास जाते हैं 

सारे संसार से प्यार न मिला 
भगवान के गुणगान गाते हैं 

उसकी स्तुति ही समर्पण है 
घुटनों के बल झुक जाते हैं

आदमी कामनाओं में हो तो
श्रीफल यूॅं ही फोड़ जाते हैं 

मिल जाए यदि मोहमाया तो
भगवान को भूल जाते हैं

ऐसे स्वार्थी इंसानों के लिए
भगवान पत्थर हो जाते हैं
---राजकपूर राजपूत''राज''

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