मेरा दिल तुम्हारा Mere dil Tumhara Kavita

Mere dil Tumhara Kavita 


ऑंखों का इशारा
समझें तो सहारा
मेरा दिल तुम्हारा
तेरा दिल हमारा

इसी उम्मीद में जीएंगे
सुख-दुख को पीएंगे
लाख मुश्किल हो तो क्या
मिल जाएगा किनारा

Mere dil Tumhara Kavita


मेरा दिल तुम्हारा

तेरा दिल हमारा


अवसाद की बदली मिट जाएगी
जब तू मिल जाएगी
और मुझे अब क्या चाहिए
सिर्फ तेरी बाहों का सहारा

मेरा दिल तुम्हारा
तेरा दिल हमारा !!!

प्रेम शोक व्यक्त तक गया 
और लौट आया 
प्रेम मिलता नहीं कहकर 
बिना समझाएं कोई समझ न पाया 
दिल की बात 
अधूरी रही चाहत 
की बात 
आदमी अकेला है 
जिसके पास प्रेम है 
उसे लूट जाते हैं 
लोग 
यह जानकर 
लौट आया प्रेम 
खाली हाथ 
शोक लेकर !!!!!
---राजकपूर राजपूत''राज''
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