इतनी जल्दी मर जाना नहीं Don't Die so Soon Kavita

Don't Die so Soon Kavita 

इतनी जल्दी मर जाना नहीं
जमाना बुरा है डर जाना नहीं

अंगद का पैर कभी लगड़ाते नहीं
उठाने दौड़ेगी लंका डर जाना नहीं

दिल लूटाओं उसी पे जान जो समझें
ऐरो गैरों से प्यार कर जाना नहीं !!!

Don't Die so Soon Kavita


इतनी जल्दी मर जाना नहीं
फिलीस्तीन के युद्ध देखकर
मणिपुर की हिंसा देखकर
गलत कौन है
पहले समझ जाना
शुरुआत किसने की समझ जाना
किसी की कविता लेख पढ़ने से पहले
संदेशखाली में भी हिंसा है
अत्याचार है
लिखने वाले लिख रहे हैं
मणिपुर और फिलिस्तीन
लेकिन जिंदा रहना है
उनके कविताओं में लेखों में
दोगलापन को समझते हुए !!!!

सेलेक्टिव लोग ही एक्टिव हैं
कविताओं में लेखों में
कलम चलती है
एजेंडों में
तुम्हें सावधान रहना होगा
इनके दोगलापन से !!!

इतनी जल्दी मर जाना नहीं
कोई डराएं डर जाना नहीं
किसी के प्यार के काबिल नहीं
मगर किसी का एतबार कर जाना नहीं
रहो खुश सदा ख़ुद में
गैरों में प्यार तलाशना नहीं !!!!

किसी सिद्धांत को
प्रतिपादित करते हैं
दो चार मारते है
हम जानते हैं
बल भीड़ का मिलेगा
संख्यात्मक गुणा भाग
एक दो की जोड़-घटाव को छोड़ देते हैं
और बदलाव तभी आता है
जब भीड़ स्वीकारें
इसलिए रौंद दिया जाता है
एक दो को !!!!

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