निष्पक्षता और आप

निष्पक्षता ये नहीं कि
सवाल के बदले सवाल उठा दो
पहले का जवाब दो फिर जवाब लो
ऐसे न्याय की मांग गवारा है
जिसमे हठधर्मिता ही सहारा है
पहले अपने जिद छोड़ दो
फिर जितना चाहो बातें कर लो
निष्पक्षता ये नहीं है कि
किसी को न्याय त्वरित मिले
कहीं रात में आपसे आदमी तो नहीं मिले
जिसकी हितों का ध्यान हो
और तुम्हारी पैसों में जान हो
जिससे फैसले जल्दी आ जाए
बाकी जनता भाड़ में जाए
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