घृणा और नफ़रत

और भी बातें हैं
जिसे तुम 
याद कर सकते थे
चाहते तो
दिल लगा सकते थे
लेकिन तुमने चुना
उन्हीं बातों को
जिससे तुम्हें
नफ़रत थी
(तुम्हें लगता है)
जो छोटी-सी
गलती थी
क्योंकि तुम्हें
प्यार नहीं था
घृणा से भरे
तू इंसान था
एतबार नहीं था
और तुमने
बहाना बनाना
शुरू कर दिया
लोगों के सामने
खुद को बड़ा दिखाना
शुरू कर दिया
और अपने घृणा को
साबित करने लगे
मेरे प्यार को
बदनाम करके !!!






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