चॉंद की बाहों में
मैं हूॅं उसकी राहों में
धीरे-धीरे उसकी तस्वीर
उतर रही है ऑंखों में
तरसाना उसकी आदत है
छूप जाता है बादलों में
बेशक चॉंद आसमां में है मगर
बसा है मेरे ख्यालों में ख्वाबों में !!
तुम जिसे चाहते हो
क्या उसकी बातें करते हो
गैरों से न सही
खुद ही बातें करते हो
प्यार नहीं तो एतबार नहीं
क्या सिर्फ वादे करते हो
इसे प्यार का नाम न दें
बड़ी-बड़ी बातें करते हो !!!
0 टिप्पणियाँ