हाॅं मैं वो किताब हूॅं

हॉं मैं वो किताब हूॅं
जिंदगी का हिसाब हूॅं

सुख-दुख का फलसफा
जो न चखें तो ख़राब हूॅं

जिंदगी है मेरी मोहब्बत में
जो पढ़े तो लाजवाब हूॅं

तेरी ऑंखों की चमक कहती है
तेरे दिल के कितने करीब हूॅं

मुश्किल है अकेले सफ़र 'राज'
तुम साथ चलो मैं आफताब हूॅं
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