Kavita will have to Hide the Password.
वो जिंदगी कहॉं है
जब दिल दिल से जुड़े थे
रिश्तों की समझ ऐसी
बिना कहे ही जुड़े थे
जितना आज जो अपने है
उतने तो पहले बेगाने थे
वक्त ने ऐसी करवट बदली
रिश्तों में टच के जमाने हैं
दिल से सुनते थे दिल की बात
अब पासवर्ड सभी छुपाने हैं !!!
Kavita will have to Hide the Password
बदली हटने के बाद
मेरे हाथो पैरों में
दर्द और जकड़ न रहा
शायद ! बंधन खुल गया था
जो किसी द्रोणिका की वजह से बने थे
मेरे पुरे क्षेत्र में
गुरुत्वाकर्षण को विपरीत करके
जैसे बांध लेते हैं
कोई
झूठे प्रेम
मस्तिष्क खुल नहीं पाता है
आसपास ध्यान नहीं दें पाता है
नज़र और नजरिया एक हो जाते हैं
झूठे प्रेम की दुनिया में !!!!
इन्हें भी पढ़ें 👉 जब इरादे बदल जाते हैं
---राजकपूर राजपूत''राज''
0 टिप्पणियाँ