जैसे मिल गई हो सजा

जैसे मिल गई हो सजा
इस दूरी की वजह

उसे जाना था मुझसे दूर
इसलिए बहाने थी वजह

इश्क था तो सम्भालते मुझे
ऐसे ही छोड़ के जाते हैं बेवजह

वो अकेले में भी खुश रह लेंगे
उसे मिल गई है जीने की वजह

उसके इश्क ही क़ातिल है मेरा
तुम ढूंढना मत मेरे मरने की वजह
-rajkapur rajput
मेरे गीत -साहित्य जीवन में कविता गजल कहानी लेख आदि पढ़ने को मिलेंगे


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