दिल ये मानता ही नहीं

खत्म होता ही नहीं
दिल ये मानता ही नहीं
मोहब्बत में दिल की बात
मेरी प्यास अधूरी रह जाती है
उसपर ये तेरी छोटी-सी मुलाकात
ठहरो ज़रा, जी भर देखने दो
मुझे कुछ ख्वाब सजाने दो
तेरी यादों में खो जाने दो
जिसके सहारे जीऊॅं उम्रभर
दिली तमन्ना है ऐसा मुझे प्यार कर
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