आज है कल निकल गए aaj-hai-kal-badal-gye

aaj-hai-kal-badal-gye-  समय बदलता है । आदमी के विचार भी बदल जाता है । जो कल था । वो आज नहीं है । सबको याद रखना चाहिए कि समय जब बदलता है तो बहुत कुछ बदलता है । जो चीजें आज अच्छी है । कल बुरा भी हो । बदलाव समय पर ही नहीं आता - रास्ते बदलते हैं । सड़क बदलती है । नदियां बदलती है । नाले बदलते हैं । पगडंडियां बदलती हैं । 
इस पर कविता हिन्दी में 👇👇

aaj-hai-kal-badal-gye- 


रात के रंग में ढल गए
मौका मिला बदल गए
जिंदगी का क्या भरोसा
आज है कल निकल गए
चोला बदलें थे सबके सामने
हकीकत आई तो रंग निकल गए
वो खींचा - खींचा रहते हैं
मतलब शायद ! निकल गए
वो गरजता था बहुत
बादल बरसे कम सावन -भादो निकल गए
उसे कोई मिल गया है शायद,
मेरे सामने से यूं ही निकल गए
बहुत भरोसा था उस रिश्ते पे
मेरे हाथों से जो निकल गए
उसने भी वादा किया था
जरूरत पड़  तो निकल गए
बेशक आज पतझड़ है राज
कल देखना नये पत्ते निकल गए !!!

लोगों का वादा

उसके मतलब तक
विश्वास जीतेगा
मतलब है जब तक
वर्ना पहचानते नहीं
जब मतलब नहीं !!!

उन रिश्तों से दूर ही सही

जिसकी मैं जरूरत नहीं
बेवजह संबंध न जोड़
जब तुझपे विश्वास नहीं
कौन कहता है अपना तुझे
बातें हैं जिसे निभाया नहीं
साथ रहो ऐसे
तू इकाई है दहाई नहीं !!!

आज है कल निकल गए
मतलब है कि निकल गए
हम तो समझते थे तुम हमारे हो
मतलब बाकी है कि निकल गए
तेरी बातों पे यकीन बहुत था
वक्त के साथ वादे सारे निकल गए !!!
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